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Upsarg in Hindi:  हिंदी में परिभाषा, प्रकार और उदाहरण जानें

नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे हिंदी व्याकरण के एक महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में, जो है “उपसर्ग”। यह एक ऐसा टॉपिक है जो स्कूल के दिनों से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक में आता है और जिसकी अच्छी समझ से आपकी भाषा का ज्ञान और भी पक्का हो जाता है। उपसर्ग के माध्यम से शब्दों के अर्थ में किस प्रकार परिवर्तन होता है, इसे जानना बेहद रोचक और महत्वपूर्ण है। तो चलिए, बिना किसी देरी के, शुरू करते हैं!

Hindi Vyakaran Mein Upsarg – हिंदी व्याकरण में उपसर्ग

Upsarg Kise Kehte Hain? – उपसर्ग किसे कहते हैं?

उपसर्ग वो शब्द होते हैं जो किसी भी शब्द के आगे लगाकर उसका अर्थ बदल देते हैं। ये छोटे शब्द होते हैं जो किसी शब्द के मूल अर्थ में बदलाव कर देते हैं। जैसे “नि” को अगर “न्याय” के आगे लगा दिया जाए तो “अन्याय” बन जाता है, जिसका अर्थ “बिना न्याय के” होता है।

Upsarg Ka Arth – उपसर्ग का अर्थ

उपसर्ग का मतलब है “प्रिफिक्स”। ये वो छोटे तत्व होते हैं जो किसी शब्द के आगे लगते हैं और उसके अर्थ को पूरी तरह से बदल देते हैं। ये मुख्यतः संस्कृत से लिए गए होते हैं लेकिन हिंदी में भी काफी उपयोग होते हैं।

Upsarg Ki Visheshtayen – उपसर्ग की विशेषताएँ

उपसर्ग की कुछ खासियत होती हैं:

  1. ये शब्द के आगे लगते हैं।
  2. ये मूल शब्द के अर्थ में बदलाव करते हैं।
  3. इनका अपना कोई स्वतंत्र अर्थ नहीं होता।
  4. ये मुख्यतः संस्कृत या हिंदी शब्द होते हैं।

Upsarg Ke Prakar In Hindi – उपसर्ग के प्रकार

उपसर्ग के तीन मुख्य प्रकार होते हैं:

Tatsam/Sanskrit Bhasha Ke Upsarg – तत्सम/संस्कृत भाषा के उपसर्ग

ये वो उपसर्ग होते हैं जो सीधे संस्कृत से लिए गए होते हैं। जैसे:

  • अ (a)
  • प्र (pra)
  • परा (para)
  • सम (sam)

Tadbhav/Hindi Bhasha Ke Upsarg – तद्भव/हिन्दी भाषा के उपसर्ग

ये वो उपसर्ग होते हैं जो संस्कृत से बदलकर हिंदी में उपयोग होते हैं। जैसे:

  • दूर (door)
  • पास (paas)
  • खुद (khud)
  • सारे (saare)

Videshi Bhasha Ke Upsarg – विदेशी भाषा के उपसर्ग

ये वो उपसर्ग होते हैं जो विदेशी भाषाओं जैसे अरबी, फारसी से लिए गए होते हैं। जैसे:

  • दर (dar)
  • बे (be)
  • हम (hum)
  • ला (la)

Upsarg Ke Udaharan in Hindi- उपसर्ग के उदाहरण

Sanskrit Ke Upsarg (Tatsam Upsarg) – संस्कृत के उपसर्ग (तत्सम उपसर्ग)

  1. अ + हिंसा = अहिंसा (non-violence)
  2. प्र + प्रबंध = प्रबंधन (management)
  3. परा + वर्तन = परिवर्तन (change)
  4. सम + ग्रह = संग्रह (collection)

Hindi Ke Upsarg (Tadbhav Upsarg) – हिन्दी के उपसर्ग (तद्भव उपसर्ग)

  1. दूर + देश = विदेश (foreign)
  2. पास + पर्ण = पर्ण (leaf)
  3. खुद + आई = खुदाई (excavation)
  4. सारे + आम = आम (common)

Videshi Upsarg (Arabi-Farsi Upsarg) – विदेशी उपसर्ग (अरबी-फारसी उपसर्ग)

  1. दर + वाजा = दरवाजा (door)
  2. बे + काम = बेकार (useless)
  3. हम + सफर = हमसफर (companion)
  4. ला + जवाब = लाजवाब (excellent)

Angrezi Upsarg – अंग्रेजी उपसर्ग

  1. Un + happy = Unhappy (अप्रसन्न)
  2. Pre + school = Preschool (पूर्व-विद्यालय)
  3. Re + do = Redo (फिर से करना)
  4. Mis + understand = Misunderstand (गलत समझना)

Upsarg Ke Udaharan Hindi Me – उपसर्ग के उदहारण हिंदी में

तत्सम उपसर्ग

उदाहरणउपसर्गशब्दअर्थ
अप-अप-अपेक्षाउम्मीद
नि-नि-निष्कर्षपरिणाम
प्र-प्र-प्रसिद्धमशहूर
अनु-अनु-अनुकरणअनुसरण
सम-सम-समभावसमानता
आ-आ-आगमनआना
वि-वि-वियोगअलगाव
अधि-अधि-अधिनियमनियम
तत्सम उपसर्ग

तद्भव उपसर्ग

उदाहरणउपसर्गशब्दअर्थ
बे-बे-बेरंगरंगहीन
दर-दर-दरिद्रगरीब
सु-सु-सुकुमारकोमल
दु-दु-दुःखकष्ट
नी-नी-नीरोगस्वस्थ
सं-सं-संग्रामयुद्ध
तद्भव उपसर्ग

देशज उपसर्ग

उदाहरणउपसर्गशब्दअर्थ
कु-कु-कुचालबुरा चाल
छ-छ-छलांगउछलना
उ-उ-उतारनीचे आना
आ-आ-आनाजधान, गेहूं आदि
न-न-नकलीअसली नहीं
ह-ह-हांकआवाज देना
देशज उपसर्ग

निष्कर्ष

तो दोस्तों, यह था हमारा आज का लेख “उपसर्ग” पर। उपसर्ग हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो शब्दों के अर्थ को बदलने में मदद करता है। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो जरूर शेयर करें और कमेंट्स में अपने विचार बताएं। धन्यवाद!

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