सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा के स्थान पर उपयोग किए जाते हैं, जिससे वाक्य में दोहराव से बचा जा सके और भाषा को सरल और संक्षिप्त बनाया जा सके। उदाहरण के लिए, “राम बाजार गया” को “वह बाजार गया” के रूप में बदला जा सकता है। यहां “वह” शब्द “राम” की जगह लेता है। सर्वनाम भाषा की स्पष्टता और संक्षिप्तता बनाए रखने में मदद करते हैं।
सर्वनाम किसे कहते हैं ? | Sarvanam kise kahte hain Hindi mein
सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा (नाम) के स्थान पर उपयोग होते हैं। जब किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या अन्य संज्ञा का बार-बार उल्लेख करने से बचना हो, तब सर्वनाम का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, “राम किताब पढ़ रहा है। राम को वह किताब पसंद है।” को “राम किताब पढ़ रहा है। उसे वह किताब पसंद है।” के रूप में लिखा जा सकता है। यहां “उसे” सर्वनाम है, जो “राम” के स्थान पर प्रयोग हुआ है।
सर्वनाम के भेद या प्रकार | Sarvanam ke prakar in Hindi
पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun)
पुरुषवाचक सर्वनाम वे होते हैं जो व्यक्ति, जीव, वस्तु, स्थान या विचार को संदर्भित करते हैं। इन्हें तीन प्रकार में बांटा जा सकता है:
प्रकार | विवरण | उदाहरण |
---|---|---|
उत्तम पुरुष | ये सर्वनाम बोलने वाले को संदर्भित करते हैं। | ‘मैं’ – “मैं खाना खा रहा हूँ।”‘हम’ – “हम खेलने जा रहे हैं।” |
मध्यम पुरुष | ये सर्वनाम सुनने वाले को संदर्भित करते हैं। | ‘तुम’ – “तुम कहाँ जा रहे हो?”‘आप’ – “आप कैसे हैं?” |
अन्य पुरुष | ये सर्वनाम तीसरे व्यक्ति को संदर्भित करते हैं। | ‘वह’ – “वह गाय रहा है।”‘वे’ – “वे खेल रहे हैं।” |
निजवाचक सर्वनाम (Possessive Pronouns)
निजवाचक सर्वनाम स्वामित्व या सम्बन्ध दर्शाते हैं। जैसे – मेरा, हमारी, उनका। ये स्वतंत्र रूप से नहीं प्रयोग होते, बल्कि किसी संज्ञा या सर्वनाम के साथ जोड़कर ही प्रयोग होते हैं। उदाहरण: “मेरी किताब वहां है।”
Pronoun | Example |
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मेरा (My) | मेरी किताब वहां है। (My book is there.) |
हमारी (Our) | हमारी टीम जीत गई। (Our team won.) |
उनका (Their) | उनका घर बड़ा है। (Their house is big.) |
निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronouns)
निश्चयवाचक सर्वनाम निश्चितता या पहचान का बोध कराते हैं। जैसे – यह, वह, ये, वे।
Pronoun | Example |
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यह (This) | यह किताब मेरी है। (This book is mine.) |
वह (That) | वह लड़का बहुत होशियार है। (That boy is very clever.) |
ये (These) | ये फल मीठे हैं। (These fruits are sweet.) |
वे (Those) | वे लोग गाँव से हैं। (Those people are from the village.) |
अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronouns)
अनिश्चयवाचक सर्वनाम अनिश्चितता या अनिर्दिष्टता का बोध कराते हैं। जैसे – कोई, कुछ, सभी।
Pronoun | Example |
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कोई (Someone) | कोई तो है जो मुझे देख रहा है। (Someone is watching me.) |
कुछ (Some) | कुछ लोग खुशी से नाच रहे थे। (Some people were dancing with joy.) |
सभी (All) | सभी बच्चे खेल रहे हैं। (All the children are playing.) |
प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronouns)
प्रश्नवाचक सर्वनाम प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होते हैं। जैसे – कौन, किसका, कितना।
Pronoun | Example |
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कौन (Who) | कौन आया है? (Who has come?) |
किसका (Whose) | किसका यह है? (Whose is this?) |
कितना (How much/How many) | कितना समय लगेगा? (How much time will it take?) |
संबंध-सूचक सर्वनाम (Relative Pronouns)
संबंध-सूचक सर्वनाम संज्ञा के साथ संबंध दर्शाते हैं। जैसे – जिसका, जिसने।
Pronoun | Example |
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जिसका (Whose) | जिसकी किताब यहां है, उसे ले जाओ। (Whose book is here, take it.) |
जिसने (Who/That/Which) | जिसने यह काम किया, उसे पुरस्कार मिलेगा। (Who did this work, will get a reward.) |
जो (Who/Which/That) | जो चीज़ तुम ढूंढ रहे हो, वह यहाँ है। (What you are looking for, it is here.) |
सर्वनाम के उदाहरण हिंदी में (Examples of pronouns in hindi)
पुरुषवाचक सर्वनाम
सर्वनाम के उदाहरणों में पुरुषवाचक सर्वनाम शामिल होते हैं, जो व्यक्ति, वस्तु, या स्थान का संकेत देते हैं। ये विशेष रूप से संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं। यहाँ कुछ वाक्यों में पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग दिखाया गया है:
वाक्य | पुरुषवाचक सर्वनाम | व्याख्या |
---|---|---|
मैं खुश हूँ। | मैं | “मैं” यहाँ पर स्वयं वक्ता (बोलने वाला) का संकेत देता है। यह पहला पुरुषवाचक सर्वनाम है जो बोलने वाले के लिए उपयोग होता है। |
तुम कहाँ जा रहे हो? | तुम | “तुम” दूसरा पुरुषवाचक सर्वनाम है, जो सामने वाले व्यक्ति (श्रोता) के लिए उपयोग होता है। |
वह मेरा दोस्त है। | वह | “वह” तीसरा पुरुषवाचक सर्वनाम है, जो किसी अन्य व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करता है जो वर्तमान में वहाँ उपस्थित नहीं है। |
हम पार्क में खेल रहे हैं। | हम | “हम” पहला पुरुषवाचक सर्वनाम का बहुवचन रूप है, जो वक्ता और अन्य लोगों को सम्मिलित करके संकेत करता है। |
वे लोग बहुत मेहनती हैं। | वे | “वे” तीसरा पुरुषवाचक सर्वनाम का बहुवचन रूप है, जो एक से अधिक व्यक्ति या वस्तु को संकेत करता है जो वहाँ उपस्थित नहीं हैं। |
इन उदाहरणों में, पुरुषवाचक सर्वनाम (मैं, तुम, वह, हम, वे) संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होते हैं और भाषा को संक्षिप्त और स्पष्ट बनाते हैं।
- मैं: यह शब्द स्वयं वक्ता का संकेत देता है।
- तुम: यह शब्द सामने वाले व्यक्ति (श्रोता) का संकेत देता है।
- वह: यह शब्द किसी अन्य व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करता है जो वहाँ उपस्थित नहीं है।
- हम: यह शब्द वक्ता और अन्य लोगों को सम्मिलित करके संकेत करता है।
- वे: यह शब्द एक से अधिक व्यक्ति या वस्तु को संकेत करता है जो वहाँ उपस्थित नहीं हैं।
इस प्रकार, पुरुषवाचक सर्वनाम का उपयोग संज्ञा के स्थान पर करके वाक्यों को संक्षिप्त और स्पष्ट बनाने में किया जाता है।
निजवाचक सर्वनाम
निजवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जो किसी व्यक्ति या वस्तु के स्वामित्व या संबंध को दर्शाते हैं। ये सर्वनाम यह बताते हैं कि कोई वस्तु या व्यक्ति किसका है। नीचे दिए गए वाक्यों में निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग किया गया है:
वाक्य | निजवाचक सर्वनाम | व्याख्या |
---|---|---|
मेरी पेन मुझे दो। | मेरी | “मेरी” यहाँ पर निजवाचक सर्वनाम है, जो पेन के स्वामित्व को दर्शाता है कि वह पेन मेरी है। |
हमारी टीम जीत गई। | हमारी | “हमारी” निजवाचक सर्वनाम है, जो टीम के स्वामित्व को दर्शाता है कि वह टीम हमारी है। |
तुम्हारी किताब मेज पर है। | तुम्हारी | “तुम्हारी” निजवाचक सर्वनाम है, जो किताब के स्वामित्व को दर्शाता है कि वह किताब तुम्हारी है। |
उसका भोजन खतम हो गया है। | उसका | “उसका” निजवाचक सर्वनाम है, जो भोजन के स्वामित्व को दर्शाता है कि वह भोजन उसका है। |
इन वाक्यों में, निजवाचक सर्वनाम (मेरी, हमारी, तुम्हारी, उसका) संज्ञा के साथ स्वामित्व या संबंध को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।
- मेरी: यह शब्द स्वामित्व को दर्शाता है, जैसे “मेरी पेन” का मतलब है कि पेन मेरी है।
- हमारी: यह शब्द समूह के स्वामित्व को दर्शाता है, जैसे “हमारी टीम” का मतलब है कि टीम हमारी है।
- तुम्हारी: यह शब्द स्वामित्व को दर्शाता है, जैसे “तुम्हारी किताब” का मतलब है कि किताब तुम्हारी है।
- उसका: यह शब्द किसी तीसरे व्यक्ति के स्वामित्व को दर्शाता है, जैसे “उसका भोजन” का मतलब है कि भोजन उसका है।
इस प्रकार, निजवाचक सर्वनाम का उपयोग किसी वस्तु या व्यक्ति के स्वामित्व या संबंध को स्पष्ट रूप से दर्शाने के लिए किया जाता है।
निश्चयवाचक सर्वनाम
निश्चयवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु या स्थान की ओर संकेत करते हैं। ये सर्वनाम निश्चितता के साथ किसी संज्ञा को दर्शाते हैं। नीचे दिए गए वाक्यों में निश्चयवाचक सर्वनाम का प्रयोग किया गया है:
वाक्य | निश्चयवाचक सर्वनाम | व्याख्या |
---|---|---|
यह खुशखबरी है। | यह | “यह” निश्चयवाचक सर्वनाम है, जो किसी निश्चित खुशखबरी की ओर संकेत कर रहा है। |
वह मेरा घर है। | वह | “वह” निश्चयवाचक सर्वनाम है, जो किसी निश्चित घर की ओर संकेत कर रहा है, जो बोलने वाले का है। |
ये फल मीठे हैं। | ये | “ये” निश्चयवाचक सर्वनाम है, जो निश्चित रूप से उन फलों की ओर संकेत कर रहा है जो वर्तमान में वहाँ उपस्थित हैं। |
वे लोग गाँव से हैं। | वे | “वे” निश्चयवाचक सर्वनाम है, जो निश्चित रूप से उन लोगों की ओर संकेत कर रहा है जो गाँव से हैं। |
इन वाक्यों में, निश्चयवाचक सर्वनाम (यह, वह, ये, वे) निश्चितता के साथ किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान को दर्शाते हैं।
- यह: यह शब्द किसी निश्चित वस्तु या घटना की ओर संकेत करता है। उदाहरण में, “यह” खुशखबरी की ओर संकेत कर रहा है।
- वह: यह शब्द किसी निश्चित वस्तु या स्थान की ओर संकेत करता है। उदाहरण में, “वह” घर की ओर संकेत कर रहा है।
- ये: यह शब्द किसी निश्चित समूह की ओर संकेत करता है। उदाहरण में, “ये” फल की ओर संकेत कर रहा है।
- वे: यह शब्द किसी निश्चित समूह की ओर संकेत करता है। उदाहरण में, “वे” लोग की ओर संकेत कर रहा है।
इस प्रकार, निश्चयवाचक सर्वनाम का उपयोग उन स्थितियों में होता है जहां विषय निश्चित और स्पष्ट होता है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
अनिश्चयवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी अनिश्चित व्यक्ति, वस्तु या समूह की ओर संकेत करते हैं। ये सर्वनाम स्पष्टता से नहीं बताते कि कौन या क्या संदर्भित है। नीचे दिए गए वाक्यों और उनके अनिश्चयवाचक सर्वनाम के साथ विस्तार से समझाया गया है:
वाक्य | अनिश्चयवाचक सर्वनाम | व्याख्या |
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कुछ लोग यहाँ खुश नहीं हैं। | कुछ | “कुछ” अनिश्चित संख्या में लोगों की ओर संकेत करता है। |
किसी ने मेरा द्वार खटखटाया। | किसी | “किसी” अनिश्चित व्यक्ति की ओर संकेत करता है जिसने द्वार खटखटाया। |
सभी बच्चे खेल रहे हैं। | सभी | “सभी” अनिश्चित संख्या में बच्चों के समूह की ओर संकेत करता है। |
इन वाक्यों में अनिश्चयवाचक सर्वनाम (कुछ, किसी, सभी) का प्रयोग करके बताया गया है कि ये शब्द किस प्रकार अनिश्चितता को दर्शाते हैं।
- कुछ: यह शब्द किसी अज्ञात या अनिर्दिष्ट संख्या को व्यक्त करता है, जैसे कि “कुछ लोग” का मतलब होता है कि लोगों की संख्या निश्चित नहीं है।
- किसी: यह शब्द किसी अज्ञात व्यक्ति को संदर्भित करता है, जैसे “किसी ने” का मतलब होता है कि उस व्यक्ति की पहचान नहीं है।
- सभी: यह शब्द किसी अनिर्दिष्ट पूरी संख्या को व्यक्त करता है, जैसे “सभी बच्चे” का मतलब होता है कि बच्चों की संख्या पूरी लेकिन अनिर्दिष्ट है।
इस प्रकार, अनिश्चयवाचक सर्वनाम का उपयोग उन स्थितियों में होता है जहां विषय स्पष्ट नहीं होता या उसे विशेष रूप से निर्दिष्ट नहीं किया गया है।
प्रश्नवाचक सर्वनाम
प्रश्नवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जो किसी प्रश्न को पूछने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये सर्वनाम किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, समय, या कारण के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्नवाचक शब्दों के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। नीचे दिए गए वाक्यों में प्रश्नवाचक सर्वनाम का प्रयोग किया गया है:
वाक्य | प्रश्नवाचक सर्वनाम | व्याख्या |
---|---|---|
कौन बताएगा? | कौन | “कौन” प्रश्नवाचक सर्वनाम है, जो किसी व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया गया है। |
किसने यह किया? | किसने | “किसने” प्रश्नवाचक सर्वनाम है, जो यह पूछने के लिए प्रयोग किया गया है कि यह कार्य किसने किया। |
किसकी किताब यह है? | किसकी | “किसकी” प्रश्नवाचक सर्वनाम है, जो यह जानने के लिए प्रयोग किया गया है कि यह किताब किसकी है। |
कहाँ जा रहे हो? | कहाँ | “कहाँ” प्रश्नवाचक सर्वनाम है, जो स्थान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया गया है। |
इन वाक्यों में, प्रश्नवाचक सर्वनाम (कौन, किसने, किसकी, कहाँ) प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग किए गए हैं।
- कौन: यह शब्द व्यक्ति के बारे में प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है।
- किसने: यह शब्द क्रिया के कर्ता के बारे में प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है।
- किसकी: यह शब्द स्वामित्व के बारे में प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है।
- कहाँ: यह शब्द स्थान के बारे में प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है।
इस प्रकार, प्रश्नवाचक सर्वनाम का उपयोग जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्न पूछने में किया जाता है।
संबंध-सूचक सर्वनाम
संबंध-सूचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु, या स्थान का संबंध किसी अन्य व्यक्ति, वस्तु, या स्थान से दर्शाते हैं। ये सर्वनाम वाक्यों में संबंध स्थापित करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। नीचे दिए गए वाक्यों में संबंध-सूचक सर्वनाम का प्रयोग किया गया है:
वाक्य | संबंध-सूचक सर्वनाम | व्याख्या |
---|---|---|
जिसने भी यह किया, उसे सजा मिलेगी। | जिसने | “जिसने” संबंध-सूचक सर्वनाम है, जो यह बताता है कि किस व्यक्ति ने यह किया। |
जिसकी लाठी, उसकी भैंस। | जिसकी | “जिसकी” संबंध-सूचक सर्वनाम है, जो स्वामित्व और अधिकार का संबंध स्थापित करता है। |
जो करो, सोच समझकर करो। | जो | “जो” संबंध-सूचक सर्वनाम है, जो किसी भी क्रिया के बारे में निर्देश देते समय संबंध स्थापित करता है। |
इन वाक्यों में, संबंध-सूचक सर्वनाम (जिसने, जिसकी, जो) वाक्यों में संबंध स्थापित करने के लिए प्रयोग किए गए हैं।
- जिसने: यह शब्द किसी व्यक्ति के संबंध में जानकारी देता है कि उसने कुछ किया है।
- जिसकी: यह शब्द स्वामित्व और अधिकार को संदर्भित करता है, यह बताता है कि किसका लाठी है और उसी का भैंस है।
- जो: यह शब्द सामान्य तौर पर किसी भी कार्य के लिए निर्देश देते समय संबंध स्थापित करता है कि क्या करना है।
इस प्रकार, संबंध-सूचक सर्वनाम का उपयोग वाक्यों में विभिन्न प्रकार के संबंधों को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है।
सर्वनाम के व्याकरण नियम हिंदी में (Grammar rules of pronouns in hindi)
वचन के अनुसार
सर्वनाम का प्रयोग वचन के अनुसार बदलता है। यानी, एकवचन में प्रयोग होने वाले सर्वनाम और बहुवचन में प्रयोग होने वाले सर्वनाम अलग होते हैं। उदाहरण के तौर पर, “वह” का प्रयोग एकवचन के लिए होता है जबकि “वे” का प्रयोग बहुवचन के लिए होता है।
इसी तरह, “मैं” एकवचन के लिए होता है और “हम” बहुवचन के लिए। इस नियम का पालन करके हम अपने वाक्यों को सही और स्पष्ट बना सकते हैं।
लिंग के अनुसार
सर्वनाम का प्रयोग लिंग के अनुसार बदलना चाहिए। यानी, पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के लिए अलग-अलग सर्वनाम का प्रयोग होता है। उदाहरण के लिए, “वह” का प्रयोग पुल्लिंग के लिए होता है, जबकि “वही” या “वह” का प्रयोग स्त्रीलिंग के लिए होता है।
इसी तरह, “यह” का प्रयोग भी लिंग के अनुसार बदलता है – “यह” पुल्लिंग के लिए और “यही” स्त्रीलिंग के लिए प्रयोग होता है। इस नियम का पालन करने से वाक्य अधिक सटीक और समझने में आसान बनते हैं।
व्यक्ति के अनुसार
सर्वनाम का प्रयोग व्यक्ति के अनुसार बदलना चाहिए। यानी, पहली, दूसरी और तीसरी व्यक्ति के लिए अलग-अलग सर्वनाम होते हैं।
पहली व्यक्ति: जब हम अपने बारे में बात करते हैं, तो “मैं” (एकवचन) और “हम” (बहुवचन) का प्रयोग होता है। उदाहरण: “मैं खुश हूँ।” या “हम तैयार हैं।”
दूसरी व्यक्ति: जब हम किसी दूसरे से सीधे बात करते हैं, तो “तू” (एकवचन, अनौपचारिक), “तुम” (एकवचन, सामान्य) और “आप” (एकवचन/बहुवचन, सम्मानजनक) का प्रयोग होता है। उदाहरण: “तू कहाँ जा रहा है?” या “आप कैसे हैं?”
तीसरी व्यक्ति: जब हम किसी तीसरे के बारे में बात करते हैं, तो “वह” (एकवचन, पुरुष), “वह” (एकवचन, स्त्री) और “वे” (बहुवचन) का प्रयोग होता है। उदाहरण: “वह अच्छा लड़का है।” या “वे स्कूल गए।”
इस प्रकार, सर्वनाम का सही प्रयोग व्यक्ति के अनुसार करने से हमारे वाक्य स्पष्ट और सटीक बनते हैं।
काल के अनुसार
सर्वनाम का प्रयोग काल (वर्तमान, भूतकाल, भविष्यकाल) के अनुसार बदलना चाहिए। यानी, वाक्य में समय की स्थिति के अनुसार सर्वनाम बदलते हैं।
वर्तमान काल: वर्तमान समय में हो रही घटनाओं के लिए, “यह” और “ये” का प्रयोग होता है। उदाहरण: “यह मेरा दोस्त है।” या “ये हमारे शिक्षक हैं।”
भूतकाल: भूतकाल में घटी घटनाओं के लिए, “वह” और “वे” का प्रयोग होता है। उदाहरण: “वह कल स्कूल गया था।” या “वे पिछली बार यहाँ थे।”
भविष्यकाल: भविष्य में होने वाली घटनाओं के लिए, “यह” और “ये” का प्रयोग भी किया जा सकता है, पर संदर्भ के अनुसार। उदाहरण: “यह कल आएगा।” या “ये अगले सप्ताह मिलेंगे।”
इस प्रकार, काल के अनुसार सर्वनाम का सही प्रयोग करके हम अपने वाक्यों को अधिक स्पष्ट और सटीक बना सकते हैं।
सर्वनाम का महत्व हिंदी में (Importance of pronoun in hindi)
सर्वनाम का सही प्रयोग भाषा को सुंदर, प्रभावशाली और स्पष्ट बनाता है। यह संवाद को संक्षिप्त करने और समझने में आसान बनाता है। सही तरीके से सर्वनाम का प्रयोग करने से हमारी भाषा और भी संवेदनशील और प्रभावशाली बनती है।
- संक्षिप्तता: सर्वनाम की मदद से हम बार-बार एक ही नाम या शब्द का प्रयोग करने से बच सकते हैं, जिससे वाक्य छोटे और सरल हो जाते हैं। उदाहरण: “राम स्कूल गया। राम ने पढ़ाई की।” की जगह “राम स्कूल गया। उसने पढ़ाई की।”
- स्पष्टता: सही सर्वनाम के प्रयोग से हम आसानी से समझ सकते हैं कि किसकी बात हो रही है, जिससे संवाद स्पष्ट होता है। उदाहरण: “वह आई। वह खुश थी।” से तुरंत समझ में आता है कि बात एक स्त्री की हो रही है।
- संवेदनशीलता: सर्वनाम का सही प्रयोग भाषा को अधिक संवेदनशील और व्यक्तिगत बनाता है। यह हमें दूसरों के प्रति सम्मान और आदर दिखाने का अवसर देता है। उदाहरण: “आप कैसे हैं?” में “आप” का प्रयोग आदर दर्शाता है।
- प्रभावशीलता: सही सर्वनाम के प्रयोग से संवाद में प्रभावशालीता आती है, जिससे हमारी बातें अधिक जोरदार और वजनदार लगती हैं। यह हमारे विचारों और भावनाओं को अधिक प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करता है।
इस प्रकार, सर्वनाम का महत्व हमारे संवाद को संक्षिप्त, स्पष्ट, संवेदनशील और प्रभावशाली बनाने में निहित है। इसका सही प्रयोग भाषा की सुंदरता और प्रभाव को बढ़ाता है।