हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है और इसकी सुंदरता इसकी सरलता में छिपी है। व्याकरण की दुनिया में सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम है ‘वाक्य’ को समझना। और जब बात वाक्य की हो, तो सरल वाक्य (Simple Sentence) सबसे बुनियादी इकाई है। चाहे आप एक छात्र हों, हिन्दी सीखने वाले विदेशी हों, या फिर अपनी भाषा को और मजबूत बनाना चाहते हों, सरल वाक्यों की समझ होना बेहद जरूरी है। यह आपकी बातचीत और लेखन दोनों को ही स्पष्ट और प्रभावशाली बनाता है। आइए, आज इसी महत्वपूर्ण विषय को बहुत ही आसान तरीके से समझते हैं।
सरल वाक्य क्या है? (What is a Simple Sentence?)

सरल वाक्य वह वाक्य होता है जिसमें एक ही उद्देश्य (Subject) और एक ही विधेय (Predicate) होता है। सीधे शब्दों में कहें तो, इसमें केवल एक कर्ता होता है और उसके बारे में एक ही बात कही जाती है। यह एक पूर्ण विचार व्यक्त करता है।
इसकी मुख्य विशेषताएं हैं:
- केवल एक उद्देश्य (कर्ता)।
- केवल एक विधेय (क्रिया और अन्य शब्द)।
- एक स्वतंत्र और पूर्ण विचार।
सरल वाक्य के 10 उदाहरण (10 Examples of Simple Sentences)
आइए अब कुछ ठोस उदाहरणों के जरिए इसे और स्पष्ट करते हैं।
- राधा गाना गाती है।
- व्याख्या: यहाँ ‘राधा’ एकमात्र कर्ता है और ‘गाना गाती है’ एकमात्र विधेय। यह एक पूर्ण वाक्य है।
- बच्चा खेल रहा है।
- व्याख्या: कर्ता ‘बच्चा’ है और विधेय ‘खेल रहा है’ है, जो उसकी क्रिया बता रहा है।
- सूरज पूर्व में निकलता है।
- व्याख्या: इस वाक्य में ‘सूरज’ कर्ता है और ‘पूर्व में निकलता है’ विधेय, जो एक प्राकृतिक तथ्य बता रहा है।
- किताब मेज पर रखी है।
- व्याख्या: यहाँ कर्ता ‘किताब’ है और विधेय ‘मेज पर रखी है’ उसकी स्थिति बता रहा है। ध्यान दें, इसमें स्पष्ट क्रिया नहीं है, लेकिन ‘है’ क्रिया का कार्य कर रहा है।
- मोर बहुत सुंदर होता है।
- व्याख्या: ‘मोर’ कर्ता है और ‘बहुत सुंदर होता है’ विधेय, जो कर्ता की विशेषता बता रहा है।
- उसने केला खाया।
- व्याख्या: कर्ता ‘उसने’ (वह) है और विधेय ‘केला खाया’ है, जो उसने क्या किया यह बता रहा है।
- वर्षा हो रही है।
- व्याख्या: इस वाक्य में कर्ता छिपा हुआ है (‘वर्षा’ यहाँ कर्म भी हो सकता है, लेकिन पारंपरिक रूप से इसे सरल वाक्य माना जाता है)। विधेय ‘हो रही है’ है।
- अध्यापक पढ़ाते हैं।
- व्याख्या: सीधा और स्पष्ट वाक्य। ‘अध्यापक’ कर्ता और ‘पढ़ाते हैं’ विधेय।
- बगीचे में फूल खिले हैं।
- व्याख्या: कर्ता ‘फूल’ है और ‘बगीचे में खिले हैं’ विधेय है, जो कर्ता की स्थिति और क्रिया दोनों बता रहा है।
- मैंने एक पत्र लिखा।
- व्याख्या: कर्ता ‘मैंने’ है और विधेय ‘एक पत्र लिखा’ है, जो कर्ता द्वारा किए गए काम को दर्शाता है।
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सरल वाक्य कैसे पहचानें और बनाएं? (Tips to Form and Identify Simple Sentences)
- एक विचार पर ध्यान दें: एक वाक्य में केवल एक ही मुख्य विचार होना चाहिए।
- कर्ता और क्रिया ढूंढें: वाक्य को पढ़कर सबसे पहले कर्ता (कौन) और फिर क्रिया (क्या कर रहा है) ढूंढने की आदत डालें। अगर दोनों एक हैं, तो वह सरल वाक्य है।
- ‘और’, ‘परंतु’, ‘या’ जैसे शब्दों से बचें: इन शब्दों का प्रयोग आमतौर पर दो वाक्यों को जोड़ने के लिए किया जाता है, जिससे मिश्रित या संयुक्त वाक्य बनते हैं।
- अभ्यास: रोजमर्रा की बातचीत में इस्तेमाल होने वाले छोटे-छोटे वाक्यों पर गौर करें। जैसे- “मैं जा रहा हूँ।”, “खाना तैयार है।”, “वह आया।” ये सभी सरल वाक्य हैं।
आइए, अपनी समझ को जाँचते हैं (Quick Exercise):
नीचे दिए गए वाक्यों में बताएं कौन-सा सरल वाक्य है?
- वह पार्क गया और क्रिकेट खेला।
- चिड़िया उड़ रही है।
- जब मैंने उसे देखा, तो वह हँस रहा था।
उत्तर: केवल वाक्य नंबर 2 सरल वाक्य है। 1 और 3 में एक से अधिक उद्देश्य और विधेय हैं।
सरल वाक्य पर पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न (FAQ)
जी हाँ, हो सकती है, बशर्ते वे सभी क्रियाएँ एक ही कर्ता (Subject) से जुड़ी हों। उदाहरण के लिए: “राम दौड़ता है और कूदता है।” यहाँ ‘दौड़ता है’ और ‘कूदता है’ दो क्रियाएँ हैं, लेकिन दोनों का कर्ता एक ही (‘राम’) है, इसलिए यह still एक सरल वाक्य है।
यह सबसे common confusion है।
सरल वाक्य में केवल एक उद्देश्य और विधेय होता है (एक independent clause).
संयुक्त वाक्य दो या दो से अधिक सरल वाक्यों को ‘और’, ‘परंतु’, ‘अथवा’ जैसे योजक शब्दों (conjunctions) से मिलाकर बनता है।
उदाहरण: “वह बाज़ार गया और उसने फल खरीदे।” यहाँ दो independent clauses हैं, इसलिए यह एक संयुक्त वाक्य है।
जरूरी नहीं है। एक सरल वाक्य लंबा भी हो सकता है अगर उसके कर्ता या विधेय के साथ विस्तार से जानकारी जोड़ दी जाए। जैसे: “दिल्ली में रहने वाला मेरा मित्र कल एक नई लाल रंग की कार खरीदने बाजार गया।” कर्ता और विधेय लंबे हैं, लेकिन पूरा वाक्य अभी भी एक ही independent clause है, इसलिए यह एक सरल वाक्य है।
सरल वाक्य स्पष्टता, सटीकता और प्रभावशीलता लाते हैं। समाचारों की हेडलाइन्स, नारे (slogans), बच्चों की किताबें और तकनीकी दस्तावेज़ों में अक्सर इनका use होता है ताकि बात सीधे और आसानी से समझ में आ सके।
बिल्कुल! ‘होना’ क्रिया के ये रूप (है, हैं, था, थी) भी पूर्ण क्रिया का काम करते हैं और एक सरल वाक्य का आधार बन सकते हैं, जैसे: “वह लड़का बहुत होशियार है।”
आइए अंत में संक्षेप में जानें
सरल वाक्य हिन्दी व्याकरण की नींव हैं। इन्हें समझ लेने के बाद आप मिश्रित और संयुक्त वाक्यों को आसानी से समझ सकते हैं। नियमित अभ्यास ही भाषा पर पकड़ बनाने का सबसे कारगर तरीका है। अपनी daily life में इन सरल वाक्यों का इस्तेमाल करें, छोटे-छोटे वाक्य लिखने का अभ्यास करें और देखें कि कैसे आपकी हिन्दी और भी स्पष्ट, सहज और प्रभावशाली बनती जाती है।
हिन्दी सीखने की इस यात्रा में आपके लिए शुभकामनाएं!