टर्म इंश्योरेंस क्या है? जानें इसके फायदे, प्रकार और कैसे चुनें सही प्लान

आज के समय में, हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी परिवार की वित्तीय सुरक्षा हमेशा सुनिश्चित रहे। टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक प्रकार का जीवन बीमा (Life Insurance) है, जिसमें यदि बीमाधारक (Policyholder) की मृत्यु पॉलिसी अवधि (Policy Term) के दौरान हो जाती है, तो बीमाकर्ता (Insurance Company) उसके नॉमिनी (Nominee) को एक निश्चित राशि का भुगतान करता है।

टर्म इंश्योरेंस को अक्सर जीवन बीमा से अलग इस कारण माना जाता है क्योंकि इसमें बीमा कवरेज (Insurance Coverage) के अलावा कोई अन्य निवेश या परिपक्वता लाभ (Maturity Benefit) नहीं मिलता। इसका मुख्य उद्देश्य केवल सुरक्षा प्रदान करना होता है।

उदाहरण के तौर पर:

यदि आपने 20 लाख रुपये का टर्म प्लान चुना है और आपकी मृत्यु पॉलिसी के दौरान हो जाती है, तो आपके नॉमिनी को यह 20 लाख रुपये मिलेंगे। यह प्लान आपको कम प्रीमियम (Premium) में ज्यादा बीमा सुरक्षा देता है, जो इसे अन्य जीवन बीमा योजनाओं से अलग और खास बनाता है।

टर्म इंश्योरेंस के लाभ (Benefits of Term Insurance)

टर्म इंश्योरेंस प्लान कई कारणों से लोकप्रिय है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो अपनी और अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहते हैं। यहां हम टर्म इंश्योरेंस के कुछ महत्वपूर्ण लाभों पर नज़र डालते हैं:

कम प्रीमियम में उच्च कवरेज (High Coverage at Low Premium)

टर्म इंश्योरेंस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह आपको कम प्रीमियम पर बड़ी बीमा राशि प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 30 साल की उम्र में टर्म प्लान खरीदते हैं, तो आप 1 करोड़ रुपये तक का बीमा कवरेज बहुत ही कम मासिक प्रीमियम पर प्राप्त कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो कम खर्च में उच्च सुरक्षा चाहते हैं।

मृत्यु पर वित्तीय सुरक्षा (Financial Protection Upon Death)

यदि बीमाधारक की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान हो जाती है, तो नॉमिनी को पूरी बीमा राशि प्राप्त होती है। यह आपके परिवार के लिए आर्थिक रूप से कठिन समय में मददगार साबित होता है। इससे वे कर्ज, बच्चों की पढ़ाई, या घर के अन्य खर्चे आसानी से संभाल सकते हैं।

लचीलापन (Flexibility)

टर्म इंश्योरेंस प्लान में आपको प्रीमियम भुगतान में भी लचीलापन मिलता है। आप सालाना, छमाही, तिमाही या मासिक आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। साथ ही, आपको प्लान की अवधि को अपनी जरूरतों के अनुसार चुनने का विकल्प मिलता है।

एडऑन विकल्प (Add-on Benefits)

आप अपने टर्म इंश्योरेंस प्लान के साथ एडऑन विकल्प भी चुन सकते हैं, जैसे:

  • एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट राइडर (Accidental Death Benefit Rider): एक्सीडेंट के कारण मृत्यु होने पर अतिरिक्त राशि का भुगतान।
  • क्रिटिकल इलनेस कवर (Critical Illness Cover): गंभीर बीमारियों का सामना करने के लिए वित्तीय सहायता।

टैक्स में छूट (Tax Benefits)

टर्म इंश्योरेंस के तहत, आप धारा 80C और धारा 10(10D) के अंतर्गत टैक्स में छूट प्राप्त कर सकते हैं। यह न केवल आपको सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि आपके टैक्स को कम करने में भी मदद करता है।

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How Term Insurance works

टर्म लाइफ इंश्योरेंस कैसे काम करता है? (How Does Term Life Insurance Work?)

टर्म लाइफ इंश्योरेंस की संरचना सरल और समझने में आसान है। इसका प्रमुख उद्देश्य है बीमाधारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखना। आइए समझते हैं टर्म इंश्योरेंस कैसे काम करता है:

बीमाकर्ता और बीमित व्यक्ति (Insurer and Insured)

टर्म इंश्योरेंस एक एग्रीमेंट होता है बीमाकर्ता (इंश्योरेंस कंपनी) और बीमित व्यक्ति (Policyholder) के बीच। बीमित व्यक्ति नियमित प्रीमियम का भुगतान करता है, और इसके बदले, बीमाकर्ता एक निश्चित अवधि (Policy Term) तक उसे बीमा कवरेज प्रदान करता है।

पॉलिसी टर्म (Policy Term)

टर्म इंश्योरेंस का कार्यकाल निश्चित होता है। यह कार्यकाल 10 से 40 साल तक का हो सकता है, जिसमें बीमाधारक की उम्र और उसकी आवश्यकताओं के अनुसार अवधि चुनी जाती है। इस अवधि के दौरान यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बीमा राशि का भुगतान किया जाता है।

पॉलिसी समाप्ति पर कोई परिपक्वता राशि नहीं (No Maturity Benefit)

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक जीवित रहता है, तो पॉलिसी समाप्त हो जाती है और बीमाकर्ता को कोई राशि नहीं मिलती। यही कारण है कि टर्म इंश्योरेंस सस्ता होता है। हालांकि, कुछ टर्म प्लान्स जैसे रिटर्न ऑफ प्रीमियम (Return of Premium) विकल्प प्रदान करते हैं, जहां पॉलिसी के अंत में प्रीमियम की राशि वापस मिल सकती है।

मृत्यु पर दावा प्रक्रिया (Claim Process Upon Death)

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को कंपनी में दावा दायर करना पड़ता है। नॉमिनी को मृत्यु प्रमाण पत्र (Death Certificate) और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होते हैं, जिसके बाद बीमा कंपनी द्वारा बीमा राशि नॉमिनी के खाते में ट्रांसफर की जाती है।

लचीलापन और विकल्प (Flexibility and Options)

टर्म इंश्योरेंस में बीमाधारक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार पॉलिसी की अवधि, बीमा राशि और प्रीमियम भुगतान के तरीकों को चुन सकता है। इसके अलावा, बीमाधारक अपनी पॉलिसी में अतिरिक्त कवर्स (Add-on Covers) जोड़ सकता है, जिससे जोखिम को और बेहतर तरीके से कवर किया जा सके।

Types of Term Insurance Plans

टर्म इंश्योरेंस प्लान के प्रकार (Types of Term Insurance Plans)

विभिन्न प्रकार के टर्म इंश्योरेंस प्लान उपलब्ध हैं, जिनसे आप अपनी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के आधार पर चुनाव कर सकते हैं। आइए टर्म इंश्योरेंस के प्रमुख प्रकारों पर नज़र डालते हैं:

1. साधारण टर्म इंश्योरेंस प्लान (Pure Term Insurance Plan)

यह सबसे सरल टर्म इंश्योरेंस प्लान है, जिसमें केवल मृत्यु कवरेज प्रदान किया जाता है। इसका मतलब है कि यदि पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को पूरी बीमा राशि (सुम एश्योर्ड) का भुगतान किया जाता है। अगर पॉलिसी की अवधि समाप्त हो जाती है और बीमाधारक जीवित है, तो उसे कोई परिपक्वता राशि नहीं मिलती।

उदाहरण:

मान लीजिए कि आप 30 साल की उम्र में 20 साल की अवधि के लिए 50 लाख रुपये का साधारण टर्म प्लान खरीदते हैं। अगर 20 साल की अवधि के भीतर आपकी मृत्यु हो जाती है, तो आपके नॉमिनी को 50 लाख रुपये मिलेंगे। अगर आप 20 साल के बाद भी जीवित रहते हैं, तो आपको कोई राशि नहीं मिलेगी, और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी।

2. रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान (Return of Premium Plan)

यह प्लान साधारण टर्म प्लान से थोड़ा अलग होता है क्योंकि इसमें पॉलिसी अवधि के अंत में, यदि बीमाधारक जीवित रहता है, तो उसे उसके द्वारा भुगतान किए गए सभी प्रीमियम वापस मिल जाते हैं। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि अपने निवेश पर कुछ रिटर्न भी चाहते हैं।

उदाहरण:

अगर आपने 20 साल के लिए 1 करोड़ रुपये का रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान लिया है और हर साल 10,000 रुपये प्रीमियम भरते हैं, तो यदि आप 20 साल के बाद जीवित रहते हैं, आपको 2 लाख रुपये (20 साल × 10,000 रुपये) वापस मिल जाएंगे। अगर आपकी मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को 1 करोड़ रुपये की बीमा राशि प्राप्त होगी।

3. ग्रुप टर्म इंश्योरेंस (Group Term Insurance)

ग्रुप टर्म इंश्योरेंस एक सामूहिक बीमा योजना है, जिसे आमतौर पर कंपनियां अपने कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए चुनती हैं। इसमें एक ही पॉलिसी के तहत कई लोगों को कवर किया जाता है, और यह व्यक्तिगत टर्म प्लान्स की तुलना में सस्ता होता है। इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को सुरक्षा देना होता है, जो अक्सर उनके नौकरी छोड़ने पर समाप्त हो जाता है।

उदाहरण:

अगर एक कंपनी अपने 100 कर्मचारियों के लिए ग्रुप टर्म इंश्योरेंस लेती है और हर कर्मचारी के लिए 10 लाख रुपये का कवर प्रदान करती है, तो किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को 10 लाख रुपये मिलेंगे। हालांकि, इस तरह की पॉलिसी का कवर कर्मचारी के कंपनी छोड़ने पर समाप्त हो जाता है।

4. स्पाउज़ टर्म इंश्योरेंस (Spouse Term Insurance)

इस प्लान के तहत, आप अपनी पॉलिसी में अपने जीवनसाथी (पति या पत्नी) को भी कवर कर सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर पति-पत्नी में से किसी एक की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान होती है, तो दूसरे व्यक्ति को बीमा राशि प्राप्त होगी। यह उन दंपतियों के लिए फायदेमंद होता है जो एक ही पॉलिसी के तहत दोनों को कवर करना चाहते हैं।

उदाहरण:

अगर आपने 50 लाख रुपये का स्पाउज़ टर्म इंश्योरेंस लिया है, तो पति और पत्नी दोनों को कवर किया जाएगा। यदि पति की मृत्यु हो जाती है, तो पत्नी को 50 लाख रुपये मिलेंगे, और अगर पत्नी की मृत्यु होती है, तो पति को यह राशि प्राप्त होगी। दोनों में से किसी एक की मृत्यु के बाद पॉलिसी समाप्त हो जाती है।

एडऑन कवर्स (Add-on Covers)

अपने टर्म प्लान में आप कुछ विशेष कवर्स या राइडर्स जोड़ सकते हैं, जैसे:

  • क्रिटिकल इलनेस राइडर (Critical Illness Rider): गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अतिरिक्त वित्तीय सुरक्षा।
  • एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट (Accidental Death Benefit): दुर्घटना में मृत्यु होने पर अतिरिक्त बीमा राशि का भुगतान।
  • डिसेबिलिटी बेनिफिट (Disability Benefit): यदि बीमाधारक किसी दुर्घटना से विकलांग हो जाता है, तो यह कवर उसे प्रीमियम माफी (Waiver of Premium) या अतिरिक्त सहायता प्रदान करता है।

हर टर्म प्लान के अपने फायदे और उद्देश्य होते हैं। बीमाधारक को अपनी उम्र, वित्तीय स्थिति, और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सही प्लान चुनना चाहिए।

टर्म प्लान कैसे चुनें? (How to Choose a Term Plan?)

सही टर्म इंश्योरेंस प्लान चुनना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जो आपकी वित्तीय सुरक्षा और परिवार की भविष्य की आवश्यकताओं को प्रभावित कर सकता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं, जो आपको सही टर्म प्लान चुनने में मदद करेंगे:

कवरेज राशि (Coverage Amount) कैसे तय करें?

यह सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम है। बीमा कवर का चयन आपकी मौजूदा आय, वित्तीय जिम्मेदारियों और भविष्य की आवश्यकताओं के आधार पर होना चाहिए। सामान्यत: यह सलाह दी जाती है कि बीमा राशि आपकी वार्षिक आय का 10 से 15 गुना होनी चाहिए। यह आपके परिवार के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

पॉलिसी अवधि (Policy Term)

टर्म इंश्योरेंस प्लान का कार्यकाल चुनते समय यह ध्यान रखें कि यह आपकी नौकरी की अवधि, परिवार की आवश्यकताओं और आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सके। पॉलिसी की अवधि इतनी होनी चाहिए कि जब तक आपके बच्चों की पढ़ाई पूरी न हो जाए और आपके परिवार का मुख्य कर्ज (जैसे होम लोन) न चुका दिया जाए।

प्रीमियम भुगतान के विकल्प (Premium Payment Options)

विभिन्न टर्म प्लान्स प्रीमियम भुगतान के कई विकल्प प्रदान करते हैं, जैसे मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक। अपनी सुविधा के अनुसार प्रीमियम भुगतान का तरीका चुनें, ताकि यह आपकी नियमित आय और खर्चों के साथ तालमेल बिठा सके।

एडऑन विकल्प चुनें (Choose Add-on Riders)

अपने टर्म प्लान में एडऑन कवर्स या राइडर्स जोड़ने से आप अतिरिक्त सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपकी नौकरी में अधिक जोखिम हैं, तो एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट और क्रिटिकल इलनेस कवर जैसे राइडर्स महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

बीमाकर्ता की विश्वसनीयता (Reliability of the Insurer)

बीमा कंपनी का दावा निपटान अनुपात (Claim Settlement Ratio) भी ध्यान में रखना चाहिए। यह इस बात का संकेत होता है कि बीमा कंपनी कितनी विश्वसनीय है और समय पर क्लेम का निपटान करती है। हमेशा ऐसी कंपनी चुनें जिसका दावा निपटान अनुपात बेहतर हो।

ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प (Online vs Offline Plans)

आजकल ऑनलाइन टर्म प्लान्स सस्ते और सुविधाजनक होते हैं, क्योंकि इनमें एजेंट की कमीशन नहीं लगती। आप विभिन्न बीमा कंपनियों की योजनाओं की तुलना ऑनलाइन कर सकते हैं और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे उपयुक्त प्लान चुन सकते हैं।

पॉलिसी का लचीलापन (Flexibility of the Policy)

कुछ टर्म इंश्योरेंस प्लान्स आपको भविष्य में पॉलिसी को बढ़ाने, अपग्रेड करने या उसमें बदलाव करने की अनुमति देते हैं। यह सुनिश्चित करें कि आपकी पॉलिसी आपको जीवन की बदलती आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलन की सुविधा देती हो।

टर्म इंश्योरेंस और टैक्स लाभ (Tax Benefits of Term Insurance)

टर्म इंश्योरेंस न केवल आपको और आपके परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि इसमें टैक्स छूट (Tax Benefits) भी शामिल होती है, जो आपके वित्तीय प्लानिंग को और भी बेहतर बनाती है। आइए जानते हैं कि टर्म इंश्योरेंस से आप कौन-कौन से टैक्स लाभ प्राप्त कर सकते हैं:

धारा 80C के तहत टैक्स छूट (Tax Deduction Under Section 80C)

टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी पर आप धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। इस धारा के अनुसार, आप प्रति वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की प्रीमियम राशि पर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। यह उन व्यक्तियों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो अपनी टैक्स देनदारी को कम करना चाहते हैं।

धारा 10(10D) के तहत टैक्स छूट (Tax Exemption Under Section 10(10D))

धारा 10(10D) के अंतर्गत, बीमाधारक की मृत्यु के बाद नॉमिनी को प्राप्त होने वाली बीमा राशि पूरी तरह से टैक्स-फ्री होती है। इस तरह, यदि पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु होती है और नॉमिनी को बीमा राशि प्राप्त होती है, तो उस पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगेगा।

रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान्स पर टैक्स लाभ (Tax Benefits on Return of Premium Plans)

यदि आपने रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान (Return of Premium Plan) लिया है, और पॉलिसी की अवधि समाप्त होने पर आपको प्रीमियम की राशि वापस मिलती है, तो उस पर टैक्स छूट धारा 10(10D) के तहत उपलब्ध हो सकती है, बशर्ते कि पॉलिसी द्वारा दिए गए लाभ इस धारा की शर्तों को पूरा करते हों।

यदि आपने टर्म इंश्योरेंस के साथ क्रिटिकल इलनेस कवर (Critical Illness Cover) या स्वास्थ्य संबंधित कोई अन्य एडऑन राइडर लिया है, तो उस पर आप धारा 80D के तहत अतिरिक्त टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। यह छूट विशेष रूप से उन प्रीमियम पर लागू होती है जो स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए चुकाई जाती हैं।

निवेश और सुरक्षा का संतुलन (Balancing Investment and Security)

टर्म इंश्योरेंस के टैक्स लाभ इसे और भी आकर्षक बनाते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो टैक्स बचत के साथ अपनी सुरक्षा को भी प्राथमिकता देना चाहते हैं। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है जिससे आप अपने परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करते हुए टैक्स बचत भी कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

टर्म इंश्योरेंस एक सस्ती, सरल और प्रभावी बीमा योजना है जो आपके परिवार की वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। यह प्लान खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपने परिवार को मृत्यु के बाद भी आर्थिक रूप से सुरक्षित रखना चाहते हैं।

कम प्रीमियम में उच्च कवरेज और टैक्स लाभ इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि टर्म इंश्योरेंस एक निवेश नहीं बल्कि एक सुरक्षा उपकरण है। पॉलिसी समाप्त होने पर आपको कोई लाभ नहीं मिलता, सिवाय उस स्थिति के जब आपने रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान लिया हो।

अपने जीवन की आवश्यकताओं, वित्तीय लक्ष्यों और जिम्मेदारियों के आधार पर सही टर्म इंश्योरेंस प्लान चुनना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, बीमा कंपनी की विश्वसनीयता, दावा निपटान अनुपात, और उपलब्ध एडऑन राइडर्स पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि आप पूरी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।

टर्म इंश्योरेंस लेने का सही समय अभी है, जब आप युवा हैं और आपके पास जीवन को व्यवस्थित करने का मौका है। इससे न केवल आपका परिवार सुरक्षित रहेगा, बल्कि आप स्वयं भी शांति से अपने भविष्य की योजना बना सकेंगे।

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टर्म इंश्योरेंस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs on Term Insurance)

जब लोग टर्म इंश्योरेंस खरीदने की सोचते हैं, तो उनके मन में कई सवाल होते हैं। यहां कुछ सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं, जो आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद करेंगे:

टर्म इंश्योरेंस और जीवन बीमा में क्या अंतर है?

टर्म इंश्योरेंस केवल मृत्यु के बाद आपके नॉमिनी को बीमा राशि प्रदान करता है, जबकि अन्य जीवन बीमा योजनाओं में मृत्यु के साथ-साथ निवेश और परिपक्वता लाभ (Maturity Benefits) भी मिलते हैं। टर्म इंश्योरेंस का मुख्य उद्देश्य बीमाधारक की मृत्यु पर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।

पॉलिसी अवधि के अंत में कोई राशि मिलती है?

साधारण टर्म प्लान्स में पॉलिसी अवधि के अंत में कोई राशि नहीं मिलती है। हालांकि, अगर आपने रिटर्न ऑफ प्रीमियम (Return of Premium) प्लान लिया है, तो पॉलिसी समाप्त होने पर आपको जमा किए गए प्रीमियम की राशि वापस मिल सकती है।

किस उम्र में टर्म इंश्योरेंस लेना चाहिए?

टर्म इंश्योरेंस जितनी जल्दी लिया जाए, उतना अच्छा है। 20 से 30 साल की उम्र में इसे लेना सबसे उचित समय होता है, क्योंकि तब प्रीमियम कम होता है और आप लंबी अवधि के लिए उच्च कवरेज प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, उम्र बढ़ने के साथ बीमारियों का जोखिम भी बढ़ता है, जिससे प्रीमियम भी महंगा हो सकता है।

अगर कोई बीमारी है तो क्या मुझे टर्म इंश्योरेंस मिलेगा?

हां, आपको टर्म इंश्योरेंस मिल सकता है, लेकिन यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। बीमा कंपनी आपकी मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर प्रीमियम तय करेगी। कुछ गंभीर बीमारियों की स्थिति में, बीमा कंपनी प्रीमियम बढ़ा सकती है या पॉलिसी देने से मना कर सकती है।

अगर बीमाधारक की मृत्यु किसी दुर्घटना के कारण होती है, तो क्या बीमा राशि अलग होगी?

अगर आपने अपने टर्म प्लान में एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट राइडर जोड़ा है, तो दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर आपके नॉमिनी को अतिरिक्त बीमा राशि दी जाएगी। यह एक वैकल्पिक राइडर है जिसे पॉलिसी के साथ जोड़ा जा सकता है।

टर्म इंश्योरेंस के साथ कौन-कौन से राइडर्स सबसे अच्छे होते हैं?

सबसे लोकप्रिय राइडर्स में क्रिटिकल इलनेस कवर (Critical Illness Cover), एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट (Accidental Death Benefit), और विकलांगता बेनिफिट (Disability Benefit) शामिल हैं। यह राइडर्स आपको और अधिक जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करते हैं और बेहतर कवरेज सुनिश्चित करते हैं।

क्या टर्म इंश्योरेंस की पॉलिसी ऑनलाइन खरीदना सुरक्षित है?

हां, टर्म इंश्योरेंस की पॉलिसी ऑनलाइन खरीदना पूरी तरह सुरक्षित है, और यह आपको कई फायदे भी देता है, जैसे कम प्रीमियम दरें और आसान प्रक्रिया। ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने से आप विभिन्न बीमा कंपनियों की योजनाओं की तुलना कर सकते हैं और सबसे उपयुक्त पॉलिसी चुन सकते हैं।

Pooja Singh is a versatile writer at desidose.in, covering a wide range of topics from lifestyle and sports to travel and trending news. With a passion for storytelling and staying ahead of the curve on current affairs, Pooja brings a fresh and engaging perspective to her content, making it a must-read for diverse audiences.

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